The English and Hindi translation is given below
ওঁ ত্রম্বকং যজাম্যাহে সুগন্ধিমং পুষ্টিবর্দ্ধনম ।
উর্বারুকমির বন্ধনাম্মৃত্যক্ষীয়র্মামৃতাৎ ।।
এই মন্ত্রটির অর্থ হল, আমরা ভগবান দেবাদিদেব মহাদেবের উপাসনা করি, যিনি ত্রিনেত্রের অধিকারী, যিনি আমাদের প্রতিটি শ্বাস-প্রশ্বাসে এর মধ্যে শক্তির সঞ্চার করেন এবং সমগ্র সৃষ্টিকে লালন-পালন করেন। মহামৃত্যুঞ্জয় মন্ত্র ঋকবেদের একটি পদ এবং এটি সবচেয়ে শক্তিশালী শিবমন্ত্র হিসাবে বিবেচিত হয়। শিবপুরাণ এবং আরও অনেক গ্রন্থে মহামৃত্যুঞ্জয় মন্ত্রের কথা উল্লেখ আছে।
দেবাদিদেব মহাদেবের মহামৃত্যুঞ্জয় মন্ত্র সাধারণত কমপক্ষে রোজ ১০৮ বার জপ করতে হয়। তাহলে জেনে নিন মহা মৃত্যুঞ্জয় মন্ত্র জপ করলে কী কী উপকার হয়। আপনি যখন এই মন্ত্রটি জপ করেন তখন আপনার দেহ মন থেকে সমস্ত চাপ দূরে চলে যায় এবং আপনার দেহ স্বয়ংক্রিয়ভাবে শিথিল হতে শুরু করে এবং তখন আপনার মনে ইতিবাচক শক্তির প্রকাশ ঘটে যা নেতিবাচক চিন্তাভাবনা বা চাপকে হ্রাস করে। মন্ত্র জপ একটি প্রাচীন অভ্যাস যা আপনার মন এবং আত্মাকে শান্ত করে। বিশ্বাস করা হয় যে, মহা মৃত্যুঞ্জয় মন্ত্র জপ করলে ভগবান শিব সন্তুষ্ট হন। ঋকবেদে উল্লেখ পাওয়া যায় এই মন্ত্র জপ করে মৃত্যুকেও জিতে নেওয়া সম্ভব! যদি সঠিক নিয়ম মেনে এই মন্ত্রটি জপ করা যায়, তাহলে দেহের ভিতরের দৈবিক শক্তি এতটাই বেড়ে যায় যে মৃত্যু ধারে কাছেও ঘেঁষতে ভয় পায়! এই মন্ত্রটি আমাদের শক্তি যোগায় এবং জীবনে সুখ, আনন্দ ও শান্তির অনুভূতি প্রদান করে, দীর্ঘায়ুতা দেয়,দুর্যোগকে আপনার আশপাশে ঘেঁষতে দেয়না এবং অকালমৃত্যুকে রোধ করে।
আপনি যদি রোজ নিয়মমেনে মহামৃত্যুঞ্জয় মন্ত্র জপ করতে না পারেন সেক্ষেত্রে আপনি মহামৃত্যুঞ্জয় কবচ ধারণ করতে পারেন। কবচটি গলায় বা ছেলেরা ডান হাতে ও মেয়েরা বাম হাতে ধারণ করতে হয়।
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English Translation :
"Om Trayambakang Yajamaahe Sugandhing Pustibardhanam
Urvarukamiro Bandhanamittyoumakshioumahamritatt."
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हिंदी अनुवाद :
ॐ त्रयंबकंम् यजमाहे सुगंधिंघिंम् पुस्तिवर्धनम्
उर्वरुकामिरो बंधनमित्त्यौमक्षिउमाहमृतत्तो
इस मंत्र का अर्थ है कि हम त्रिनेत्र के स्वामी भगवान देवदिदेव महादेव की पूजा करते हैं, जो हमारी प्रत्येक सांस में ऊर्जा का संचार करते हैं और पूरी सृष्टि का पोषण करते हैं। महामृत्युंजय मंत्र ऋग्वेद का एक मंत्र है और इसे सबसे शक्तिशाली शिव मंत्र माना जाता है। शिव पुराण और कई अन्य ग्रंथों में महामृत्युंजय मंत्र का उल्लेख है।
देवदिदेव महादेव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप आमतौर पर दिन में कम से कम 108 बार किया जाता है। आइए जानें कि महा मृत्युंजय मंत्र का जाप करने से क्या लाभ होते हैं। जब आप इस मंत्र का जाप करते हैं तो आपके शरीर से सारा तनाव दूर हो जाता है और आपका शरीर अपने आप आराम करने लगता है और तब आपके मन में सकारात्मक ऊर्जा प्रकट होती है जिससे नकारात्मक विचार या तनाव कम होता है। मंत्र जप एक प्राचीन प्रथा है जो आपके मन और आत्मा को शांत करती है। ऐसा माना जाता है कि जब हम इस मंत्र का जाप करते हैं तो भगवान शिव संतुष्ट होते हैं। ऋग्वेद में उल्लेख है कि इस मंत्र के जाप से मृत्यु पर विजय संभव है! यदि इस मंत्र का जाप सही नियमों के अनुसार किया जाए तो शरीर के अंदर की दिव्य शक्ति इतनी बढ़ जाती है कि मृत्यु आप की पास आने से डरता है! यह मंत्र हमें शक्ति देता है और हमें जीवन में सुख, आनंद और शांति की भावना देता है, दीर्घायु देता है, आपदा को घेरने नहीं देता और अकाल मृत्यु को रोकता है।
यदि आप प्रतिदिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप नहीं कर सकते तो आप महामृत्युंजय कवच धारण कर सकते हैं। कवच गले में या लड़कों द्वारा दाहिने हाथ में और लड़कियों द्वारा बाएं हाथ में पहना जाता है।
Hara hara mahadeb. Joy sibo shamvu.
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